बस दो ही रिश्ते अहम होते हैंएक दर्द का रिश्तादूसरा दर्द से रिश्ता दर्द के रिश्ते में होता हैबहुत कुछ साझा करने के लिएकई बार उस से दर्द कम होता हैकई बार बस बह जाता हैकभी बस एक अहसास देता हैकि दुनिया में और भी हैंजो दर्द के दरिया में…
Category: Poems
Poem : तू कौन है
तू वो है जो तू चाहता था हमेशा से होनातू वो भी है जो वो बन नहीं पायातू वो भी है जो समझती है दुनिया तुझ कोतू वो भी है जो दुनिया को समझ में नहीं आता तू वो भी है जो कोशिकाओं के जुड़ने से बनता हैतू वो भी…
I don’t need a national language
I love my country I love my country men I love my country men’s love for their mother tongue I don’t need a national language I love it when my cab driver changes songs to my mother tongue I love it even when he keeps listening to songs in his…
Poem: मानवीय पीड़ा
किसी को घर में रहने का दुखकिसी को ना रहने के लिए घर होता हैमानवीय पीड़ा का भी आखिरआर्थिक स्तर होता है परदेस में तो हम भी थेदूसरा देश नहीं तो क्या प्रान्त थाअपने ना चाहे साथ थेपेट तो लेकिन शांत थाहम को घर पहुँचाने के लिएफिर क्यों कोई जहाज…
Poem: प्यार का खर्च
निकलते तो सभी हैं प्यार की गुल्लक भरी ले कर एक गर्व के साथ एक ख़ुशी के साथ लगता है ये खज़ाना कभी भी ख़तम नहीं होगा पर ज़िन्दगी और पैसे की तरह ये जो प्यार है ना वो भी खर्च हो जाता है वो पहली लड़ाई वो पहला आरोप…
Poem: मुझे गर्व है हिंदी पर
मुझे गर्व है हिंदी परजो उर्दू को भी स्वीकार करती हैऔर अंग्रेजी को भीकुछ बदल जाती हैपर बहुत कुछ मिटता नहीं हैकोई मिठास लाता हैकोई नयी श्वास लाता हैहिंदी भाषा में हर कोईएक नया आभास लाता है मुझे गर्व है हिंदी परबिहार जाती है तोभोजपुरी बन जाती हैमिथिला जाती है…
Poem: हम सब एक हैं
राजनीती कुछ और नहींबस रेखाएं हैंकुछ समय परऔर कुछ ज़मीन परएक तरह से देखो तोपहचान देने का माध्यमदूसरी तरह से देखो तोविभाजित करने का माध्यमसमय पर बनी रेखाकभी अहंकार से भर देती हैये काम हमारे पूर्वजों नेकिसी और से पहले कियाया कभी श्रेष्ठता का भावस्वयं के महान होने का भरोसाज़मीन…
Poem: ये सियासत
यहाँ सब पे इलज़ाम-ए-कौम-ए-बेवफाई हैये सियासत भी हमें कहाँ ले कर आई है सालों की दोस्तियां सियासती राय से टूटी जाती हैंये सियासत भी हमें कहाँ ले कर आई है सदियों से रहे साथ उन को पाकिस्तान भेज देंगेये सियासत भी हमें कहाँ ले कर आई है जिस को कहते…
Poem: प्रयागराज
उत्तर प्रदेश में कानून का राज हो गयाआखिर इलाहबाद अब प्रयागराज हो गया सालों से ना हुआ वो विकास आज हो गयाआखिर इलाहबाद अब प्रयागराज हो गया गुंडों से भयमुक्त पूरा समाज हो गयाआखिर इलाहबाद अब प्रयागराज हो गया देखो जंगल में भी राम राज हो गयाआखिर इलाहबाद अब प्रयागराज…
Poetry: जुनून और सुकून
जुनून और सुकून कीज़ंग बहुत अज़ीम हैकभी चलते रहना भारी लगता हैकभी ठहराव का बोझ बड़ा होता हैचलते रहने में कई सवालातदिल को घेर लेते हैंकहाँ जा रहा हूँकहाँ तक पहुँचा हूँक्या यहीं आने के लिए निकला थाऔर भी कई सवालना जवाब मिलता है कभीऔर कभी जो जवाब मिलता हैवो…