इस रासà¥à¤¤à¥‡ पे चले आये
बहà¥à¤¤ दूर तक बिना सोचे
या शायद कà¥à¤› सोचा होगा
पर याद नहीं कà¥à¤¯à¤¾ था
कोई सैलाब आया होगा
कोई आंधी à¤à¥€ आई थी शायद
कà¥à¤› उड़ा के लिठगयी
और कà¥à¤› बहा के
पर कà¥à¤› तो बच ही गया
थोडा सहमा हà¥à¤† थोडा टूटा हà¥à¤†
हिमà¥à¤®à¤¤ कर के मेरी ओट मैं
खà¥à¤¦ को छिपाठहà¥à¤†
पर जो रह गया
वो ज़रूरी था
जो बह गया
वो नहीं
खà¥à¤µà¤¾à¤¬ चाहें उजाड़ गठहों
नसीब चाहें बिगड़ गठहों
हो अà¤à¤§à¥‡à¤°à¤¾ चाहें हर ओर मेरे
हो निराशा चाहें मà¥à¤ को घेरे
जो नहीं गया वो मेरा विशà¥à¤µà¤¾à¤¸
जो नहीं गया वो मेरा जूनून
और न ही जाà¤à¤—ा वो
किसी आंधी से डर के या कोई सैलाब से
कह दो जा के इन तूफानों से इन हवाओं से
टूटी किशà¥à¤¤à¥€ को à¤à¥€ किनारे लगाने का हà¥à¤¨à¤° हम को आता है
टूटी किशà¥à¤¤à¥€ को à¤à¥€ किनारे लगाने का हà¥à¤¨à¤° हम को आता है
Very nice and inspiring!