उलà¤à¥‡ हà¥à¤ लफ़à¥à¤œà¤¼à¥‹à¤‚ में कहता हूठकई बातें कà¥à¤› तैरती रहती हैं कà¥à¤› दिल में उतर जाती हैं कà¥à¤› à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¸ के सायों से फलक तक चली जाती हैं कà¥à¤› रेत में उड़ती हैं कà¥à¤› अशà¥à¤•à¥‹à¤‚ से तर जाती हैं कà¥à¤› रेंगती जाती हैं यादों के उफक तक कà¥à¤› खà¥à¤¦ से…