तà¥à¤® आओगे
कà¥à¤›Â है मà¥à¤à¥‡
विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ सा
कà¥à¤› है मà¥à¤à¥‡
आà¤à¤¾à¤¸ सा
कà¥à¤·à¤¿à¤¤à¤¿à¤œ पे जब लालिमा
खिल उठेगी à¤à¥‚म के
आग जल के अधरों को
सà¥à¤¸à¥à¤¤ होगी चूम के
सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ के धूमिल  पà¥à¤°à¤·à¥à¤ ों से
à¤à¤• पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ अधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ ले
तà¥à¤® आओगे
इक ठिठà¥à¤°à¤¤à¥€Â रात को
ओस को ओढ़ कर
विलà¥à¤ªà¥à¤¤ होती पग डांडियों पे
अंधकार तोड़ कर
अलà¥à¤ª होते कà¥à¤·à¤£ विकà¥à¤·à¤£
पूरà¥à¤£à¤¿à¤®à¤¾ के चाà¤à¤¦ से
शà¥à¤µà¥‡à¤¤ वजà¥à¤° से बरसते
तà¥à¤® आओगे
जब शà¥à¤µà¤¾à¤¸
हो जायेगी मंद
जब à¤à¥€à¤·à¥à¤® होगा
अंतरà¥à¤¦à¥à¤µà¤¨à¤§
जब होने लगेगा
मन शिथिल
जब आशा
हो जायेगी विरल
बन पवन में
सà¥à¤—ंध तà¥à¤®
बन जीने का
पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध तà¥à¤®
तिमिर को
चीरते हà¥à¤
मेरे असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ
का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ बन
तà¥à¤® आओगे